लाईफ़ में ज़माना देखा है
इस कविता (मैंने लाईफ़ में ज़माना देखा है) में कवि ने अपने आँखों देखे ज़माने
के हालात और मन के भावों को कलम का सहारा लेते हुए व्यक्त करने की कोशिश की है
इस कविता (मैंने लाईफ़ में ज़माना देखा है) में कवि ने अपने आँखों देखे ज़माने
के हालात और मन के भावों को कलम का सहारा लेते हुए व्यक्त करने की कोशिश की है
तूने की थी मोहब्बत या फिर गुदगुदी (Love or Tickle) की थी हँसी आ जाती है आज भी याद करके मुझे पता नहीं चलता कि …
इन्सान की फितरत भी कितनी अजीब है,सब सुख हैं मगर फिर भी गरीब है insan ki fitrat भी कितनी अजीब है, जिंदगी खड़ी मौत के …
काश मेरी लाइफ में कोई अपना होता देखा था जो पूरा वो सपना(sapna)होता कोई समझ पाता हमारे जज्बातों को हमारे मन की सारी बातों को
Desh Ki Tasveer-2 (देश की तस्बीर -2) भारत देश की विभिन्न कड़वी सच्चाईयों को उजागर करती हुई हिन्दी कविता को पढ़ने के लिए क्लिक करें
आज भारत देश की तस्बीर तुम्हे दिखता हूँ,कुछ बातें हैं दुःख देने वाली आओ तुम्हे सुनाता हूँ,जाती वाद है और बढ़ा भाई के बिरुद्ध है भाई लड़ा ……..
रिश्ता हमारा,सारे रिश्तों में न्यारा,जो है हमें जान से प्यारा,ये रिश्ता अनमोल है,इसका ना कोई मोल है …..पढने के लिए क्लिक करें
सँसार कर्म की नगरी सँसार की नश्वरता और प्रभु की सत्यता के साथ साथ मन के कृत्य को समझाते हुए सतगुरु के महत्व को व्यक्त करता एक भक्ति काव्य
ईश्वर क्या कहते हैं इंसान से लेखक की कलम से इन भावों को हिंदी कविता रूप में पढने के लिए क्लिक करें.
निरंकार मिलादे :- एक भक्त की अपने गुरु के चरणों में प्यार भरी अरदास और इस निरंकार से मिलने की चाह को भक्ति काव्य को पढने के लिए क्लिक करें….