
रिक्रूट की भी क्या लाइफ है , ना वच्चे हैं पास ना वाइफ है , पता नहीं कब सुबह कब शाम हुई , हर रोज का काम बही , Read more

बच्चपन-2 चला गया बच्चपन अब ज़बानी का आग़ज हुआ , शुरु एक नया अध्याय हुआ ,धीरे धीरे बुधि का बिकास हुआ , Read more

सतगुरु ना कुछ मांगता है ना कुछ चाहता है , ये तो बस प्यार सिखाता है बता कर रास्ता गुरसिखी का उस पर चलना सिखाता है , गिरा कर दिबार… Read more

आज एक शराबी देखा रूप जिसका नबाबी देखा बिना ताल के झूम रहा था ,जन्नत में यों घूम रहा था , Read more

इतनी सी अरदास है दाता , तूं मालिक मैं दास हूँ दाता , मैं मेरी का भेद मिटादे , दाता अपने चरनी ला दे , Read more

दास (Daas) बनाकर रख लो दाता(data) मैं मेरी का कोई मोल नहीं , तूं पारस है बख्शनहार तेरे दर ते थोड नहीं , मन है मेरा इक उड़ती पतंग जिस… Read more

कोई कहे हिन्दू कोई कहे मुस्लमान , इस जग मैं मिला नहीं ऐसा जो कहें ऐसा , मैं हूँ इन्सान , Read more

aadat;- a broken heart poetry also based on reality sayinge about everything what happenes in real world. click here to read poem in hindi. Read more