किसान आंदोलन ने भी एक इतिहास बना डाला है
जब सरकार के फैसले ने किसानों का दिल दहला डाला है
अन्नदाता को मिटाने की अब तैयारी है
लेकिन किसानों को तो दुनिया की जान प्यारी है
भरने के लिए पेट दुनिया का इन किसान भाइयों ने
खुद को सड़कों पर चला डाला है
मजबूरी का आलम तो देखो यारो
लाठी लिए खड़ा है सामने किसान का ही बेटा प्यारो
कैसे करे वो वार खुद अपने ही आप पर
इस अंधे शासन ने कैसा आदेश दे डाला है
जिनकी सुरक्षा की कसम खाकर आया था सुरक्षा बल में
कर डाले हैं उसके सारे अरमान चकनाचूर इस सरकार ने पल में
चाहकर भी जो साथ ना दे पा रहा हूं आप सबका
पूछता है पिता से ये कैसा ओहदा आपने दिला डाला है
लगभग सभी हैं व्यथित इन सभी किसानों के हाल पर
पर पूंजीपतियों को तो नाज़ है सरकार की इस चाल पर
पैसों से पेट तो भरेगा नहीं जानते हुए भी कोई कुछ करेगा नहीं
पर ये तो किसान है साहब सबका पेट भरने की खातिर डरेगा नहीं
दूसरों की तिजोरी भरते भरते किसानों ने खुद का बाल बाल कर्ज़ाई बना डाला है
अपनी रोटी का जरिया मिटाकर खुद को कैसे बचाओगे
क्या रोटी के जगह तुम ये पैसा खा पाओगे?
इनके लिए कुछ करने की अब हमारी बारी है
बिनती है सबसे चाहे है नेता कोई या कोई अधिकारी है
मेरे दिल में था जो मैंने तो वो सुना डाला है
😥😥😥😥
Nice lines
Nice lines 👍🏻