
सच कहता हूं के दीवाने का दर्द तो बस दीवाना ही जानता है मोहब्बत में जलना किसे कहते हैं परवाना ही जानता है ... इस कविता को पढने के लिए… Read more

इस कविता (मैंने लाईफ़ में ज़माना देखा है) में कवि ने अपने आँखों देखे ज़माने के हालात और मन के भावों को कलम का सहारा लेते हुए व्यक्त करने की… Read more

हमें भी प्यार हुआ था ,आँखों ही आँखों मैं इजहार हुआ थाकोईथी जो दिल को इतना लुभा गयी ,इक नशे की तरहा सर पर छा आ गयी , Read more

सो सा गया हूँ मैं:-जब से देखा है तेरी आँखों को कहीं खो सा गया हूँ मैं जगता तो बहुत हूँ रातों को पर लगता है जैसे सो सा गया… Read more

कभी रुलाया तो कभी जलाया गया हूँ मैं तुझ से मिलने से पहले न जाने कितनी बार ठुकराया गया हूँ मैं Read more